आगामी ३० सितम्बर को आने वाले अल्लाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले का सम्मान हर नागरिक को करना चाहिए,यह एक न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा होगा | तथा यदि किसी समुदाय विशेष को इस फैसले से आपत्तिय होगी तो वो इसी प्रक्रिया के अनतर्गत उच्चतर न्यायालयों में जा सकेगा.| सारे देशवासियों से यह अपील है कि आगामी ३० सितम्बर को आने वाले फैसले का सम्मान करे एवं यदि कोई विसंगति समझ आती है तो हायर कोर्ट में अपील करे | किसी भी कीमत पर भारत कि एकता और अखंडता बनाये रखे.|
i belive in moral secular and simple life,my mission is defete comunalism nd creat a social,secular,devloped socaity.
Tuesday, September 28, 2010
Sunday, September 19, 2010
सरकार की उदासीनता अधिकारियो कि निरंकुशता में सहयोग कर रही है
उत्तर प्रदेश कि कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है, आये दिन प्रदेश में लूट खशूट,हत्या,rape हो रहे है |
अपराधियों का हौसला बुलंद है,प्रशाशनिक व्यवस्था तार tar हो kar rah गई है| bhrastachar पूरी तरह हावी है| शायद ही ऐसा कोई विभाग बचा हो जहा स्थिति samanya ho | neeche se upar tak sab paisa kamane me lage hai,janta ki sudh lene wala koi nahi hai,khule रूप से हर विभाग मनमाना कर रहे है चाहे वो बिजली विभाग हो नगर निकाय हो,प्रसाशनिक अमला हो, हो या ढेर सारे दुसरे अन्य | सरकार की उदासीनता अधिकारियो कि निरंकुशता में सहयोग कर रही है| हर जगह दलाल लगे है सारा काम वो कराने में सक्षम है | इस समय कि स्थिति कमोवेश यह बन गयी है कि गुंडे माफिया लोग अपने तरह से प्रशाशन को चला रहे hai | केंद्र सरकार की कई mahattwakanchhi योजनाये प्रदेश शाशन व्यवस्था की भेट चढ़ गई. उनमे से "मिड दे मील","मनरेगा",ग्रामीण विद्युतीकरण",स्मार्ट कार्ड,सर्व सिक्षा योजना,प्रधान मंत्री सड़क निर्माण योजना आदि | बावजूद इसके अभी तक न प्रदेश का प्रशाशनिक अमला जगा और न ही मुख्यमंत्री | यह कहते हुए बिलकुल संकोच नहीं होता कि वर्तमान शाशन व्यवस्था अब तक कि सबसे bhrasth शाशन व्यवस्था है |
अपराधियों का हौसला बुलंद है,प्रशाशनिक व्यवस्था तार tar हो kar rah गई है| bhrastachar पूरी तरह हावी है| शायद ही ऐसा कोई विभाग बचा हो जहा स्थिति samanya ho | neeche se upar tak sab paisa kamane me lage hai,janta ki sudh lene wala koi nahi hai,khule रूप से हर विभाग मनमाना कर रहे है चाहे वो बिजली विभाग हो नगर निकाय हो,प्रसाशनिक अमला हो, हो या ढेर सारे दुसरे अन्य | सरकार की उदासीनता अधिकारियो कि निरंकुशता में सहयोग कर रही है| हर जगह दलाल लगे है सारा काम वो कराने में सक्षम है | इस समय कि स्थिति कमोवेश यह बन गयी है कि गुंडे माफिया लोग अपने तरह से प्रशाशन को चला रहे hai | केंद्र सरकार की कई mahattwakanchhi योजनाये प्रदेश शाशन व्यवस्था की भेट चढ़ गई. उनमे से "मिड दे मील","मनरेगा",ग्रामीण विद्युतीकरण",स्मार्ट कार्ड,सर्व सिक्षा योजना,प्रधान मंत्री सड़क निर्माण योजना आदि | बावजूद इसके अभी तक न प्रदेश का प्रशाशनिक अमला जगा और न ही मुख्यमंत्री | यह कहते हुए बिलकुल संकोच नहीं होता कि वर्तमान शाशन व्यवस्था अब तक कि सबसे bhrasth शाशन व्यवस्था है |
Sunday, September 12, 2010
Saturday, September 11, 2010
Friday, September 10, 2010
Thursday, September 9, 2010
Tuesday, September 7, 2010
Monday, September 6, 2010
Saturday, September 4, 2010
Friday, September 3, 2010
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